कोहरे के दौरान वाहन चालाने एवं यात्रा से बचे अन्‍यथा हो सकती है दुर्घटना - Shivpuri



शिवपुरी - तापमान गिरने के साथ ही ठंड बडने एवं बादल छाने के साथ ही कोहरे का प्रभाव भी मध्‍य भारत से लेकर उत्‍तर भारत में बीते दिसम्‍बर माह से जारी है जोकि जनवरी के अंत तक जारी रहेगा कोहरे  के कारण प्रतिदिन सैंकडों की संख्‍या में दुुुुुर्घटना होने के साथ साथ लोग समय से पहले दुर्घटना के कारण मौत का शिकार हो रहे है इसके लिये सबसे बडा सबाल यह है कि दुर्घटनाओं से बचने के लिये मध्‍य भारत यानि की इंदौर से लेकर श्रीनगर यानि की उत्‍तर भारत की या‍त्रा करने वाले यात्रियों को रात्रि 09 बजे से सुबह सूर्य उदय अथवा कोहरा दिखने पर 4 पहिया बाहन अथवा बसों से यात्रा नहीं करनी चाहिये और यदि यात्रा के बीच में कोहरा दिखाई देता है तो ड्राईवर से बोलकर कोहरा हटने तक बाहन को होटल अथवा सुरक्षित जगह पर बाहन को रोक देना चाहिये जिससे वाहन के साथ - साथ उसमें बैठे या‍त्री सुरक्षित यात्रा कर सके ऐसा करने पर कोहरे  के कारण होने वाली प्रतिदिन सैंकडों दुर्घटनाओं के साथ - साथ समय से पहले दुर्घटना की शिकार होने वाले लोगो का जीवन सुरक्षित रह सकेगा।

सर्दियों के मौसम में राष्ट्रीय राजमार्गों पर कोहरे की वजह से घटती दृश्यता (विजिबिलिटी) को देखते हुए, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) (एनएचएआई) ने सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कई उपाय किए हैं। सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इन कदमों का उद्देश्य कोहरे के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं को कम करना और हाईवे पर सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करना है।

इंजीनियरिंग उपायों पर विशेष जोर
कोहरे के हालात में सड़क सुरक्षा बेहतर बनाने के लिए एनएचएआई ने उपायों को दो प्रमुख श्रेणियों में बांटा है, जिनमें पहली श्रेणी इंजीनियरिंग उपायों की है। इसके तहत गायब या क्षतिग्रस्त सड़क संकेतकों और रोड स्टड्स को दोबारा लगाया जा रहा है।

इसके साथ ही फीकी पड़ चुकी या अपर्याप्त लेन मार्किंग और सड़क पर बनी अन्य चिन्हों को ठीक किया जा रहा है, ताकि चालकों को रास्ता साफ नजर आ सके इसके अलावा, रिफ्लेक्टिव मार्कर्स और मेटल बीम क्रैश बैरियर जैसे रोड सेफ्टी उपकरणों पर रेट्रो-रिफ्लेक्टिव पीले स्टिकर लगाए जा रहे हैं निर्माणाधीन हिस्सों में भी अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं, जिनमें बैरिकेडिंग और स्पष्ट डायवर्जन संकेत शामिल हैं।

सड़क उपयोगकर्ताओं को सतर्क करने के लिए जागरूकता उपाय
दूसरी श्रेणी में सुरक्षा जागरूकता से जुड़े कदम शामिल हैं जिनका मकसद राष्ट्रीय राजमार्गों पर चलने वाले यात्रियों को कम दृश्यता की स्थिति से पहले ही सतर्क करना है इसके तहत वेरिएबल मैसेज साइन (VMS) या इलेक्ट्रॉनिक साइन बोर्ड के जरिए 'कोहरे की चेतावनी' और तय गति सीमा की जानकारी दी जा रही है।

कोहरे वाले इलाकों में पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से यात्रियों को सावधान किया जा रहा है इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिक बिलबोर्ड, रेडियो और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए जनहित संदेश प्रसारित किए जा रहे हैं। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक जरूरी जानकारी पहुंच सके।

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