
नई दिल्ली-कच्चे तेल की बढ़ती कीमत के बीच डॉलर की मांग बढ़ने से रुपया शुक्रवार को शुरूआती कारोबार में 26 पैसे की गिरावट के साथ 71 रुपए के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में डालर के मुकाबले रुपया कल स्थानीय मुद्रा 70.95 रुपए पर खुला और बाद में 71 रुपए के स्तर पर चला गया।मुद्रा कारोबारियों के अनुसार माह के अंत में तेल आयातकों की तरफ से अमेरिकी करेंसी की मजबूत मांग, चीन-अमेरिका के बीच व्यापार तनाव के साथ ब्याज दर बढ़ने की उम्मीद में विश्व की अन्य प्रमुख मुद्रा की तुलना में डालर के मजबूत होने से घरेलू मुद्रा पर असर पड़ा। कच्चे तेल की कीमत में वृद्धि के कारण मुद्रास्फीति बढ़ने की आशंका तथा घरेलू शेयर बाजार विदेशी संस्थागत निवेशकों की कोष की निकासी से भी रुपए पर असर पड़ा है।एशियाई कारोबार की शुरूआत में मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 78 डालर बैरल पर पहुंच गया। पूरे एशिया में रुपए की हालत सबसे पतली है। इस साल इसमें 10 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है। रुपए की गिरावट के कारण विदेश में छुट्टी मनाना महंगा हो जाएगा।इसके अलावा अगर कोई विदेश में पढ़ रहा है तो उसकी एजुकेशन का खर्च भी बढ़ जाएगा। अब घरवालों को ज्यादा रुपए भेजने होंगे। विदेश में डॉलर में काम होता अब 1 डॉलर 71 रुपए का मिल रहा है इसलिए 71 रुपए देने होंगे। इसके चलते सोने के भी भाव बढ़ सकते है।