कोलारस-कोलारस विधानसभा मुख्यालय पर आकर देखा जाये तो यहां जमीन के दाम घटने के बाद भी आसमान छू रहे है कोलारस में मैन रोड से लेकर कॉलोनियो में जाकर देखा जाये तो 50 प्रतिशत लोग शासकीय भूमि पर कब्जा किये हुये नजर आ जायेगे। शासकीय भूमि पर कब्जा धारियो की हम बात करें तो वह लोग अपना अतिक्रमण बचाने के लिए भाजपा के झण्डे को सहारा बना कर करोडो की शासकीय भूमि को वर्षो से हडपे हुये बैठे है कांग्रेसी जन प्रतिनिधियो की निष्र्कियता का लाभ उठाते हुये कब्जा धारी शासकीय भूमि हडपने के बाद आलीशान भवन, दुकाने बना कर व्यापार व्यवसाय से लेकर किराये का कारोवार करते है। कांग्रेसी जन प्रतिनिधि आचार संहिता लगने से पूर्व इस मुददे को गंभीरता के साथ उठाते तो इसका लाभ कोलारस नगर से कांग्रेस को मिलता किन्तु इस मुददे को उठाने में नाकामयाव कांगे्रसी जन प्रतिनिधियो के कारण शासकीय भूमि पर कब्जाधारी लोग भाजपा के झण्डे बैनर लगा कर कांग्रेस का खुलेआम विरोध एवं हराने का कार्य करते है। कोलारस में हाईवे से लेकर कॉलोनियो में भाजपा के झण्डे के नाम पर करोडो की शासकीय भूमि कब्जा धारी जमाये बैठे है। जिन पर अभी तक किसी का कोई ध्यान नही गया है। यदि यह लोग इसी तरह कब्जा जमाये बैठे रहे तो विधानसभा चुनाव से लेकर आगामी नगर निकाय, जनपद पंचायत, नगर निकाय, मण्डी, संस्थाओ के चुनावो में एक एक कर कांग्रेसी जन प्रतिनिधियो की विदाई यही अतिक्रमणकारी भाजपा से मिल कर करने में पीछे रहने बाले नही है।