किसान कर्जमाफी की समीक्षा करेंगे शिवराज, क्या फिर मुखर होंगे 'महाराज'?

ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान

मध्‍य प्रदेश में साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में किसानों की कर्जमाफी को कांग्रेस पार्टी ने बड़ा मुद्दा बनाया था. इसी चुनावी वादे की बदौलत कांग्रेस 15 साल के बाद सत्ता के वनवास को खत्म करने में कामयाब रही थी. दिसंबर 2018 में कमलनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के एक घंटे अंदर किसानों की कर्जमाफी से जुड़ी फाइल को पास कर दिया था. लेकिन 15 महीने के बाद सियासत ने ऐसी करवट ली कि कमलनाथ विपक्ष में और शिवराज सत्ता पर विराजमान हैं.
शिवराज सिंह चौहान सरकार किसान कर्जमाफी योजना की समीक्षा करेगी. माना जा रहा शिवराज सरकार किसान कर्जमाफी योजना को बंद करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है. कांग्रेस में रहते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया किसान कर्जमाफी को लेकर तत्कालीन सीएम कमलनाथ को लगातार घेरा करते थे. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सरकार बदलते और बीजेपी का दामन थामते ही सिंधिया भी बदल गए हैं या फिर किसानों के मुद्दे को लेकर मुखर होंगे?

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