सांसद डॉ केपी यादव ने क्रांतिवीर तात्या टोपे को श्रद्धांजलि अर्पित की
शिवपुरी-गुना-अशोक नगर के सांसद डॉक्टर के पी यादव ने 18 अप्रैल को क्रांतिवीर तात्या टोपे बलिदान दिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की. इस अवसर पर सांसद डॉ यादव ने कहा कि भारत इस वर्ष स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना रहा है, हमारे देश की आजादी में ज्ञात- अज्ञात स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व राष्ट्र के वीर सपूतों का हम गर्व के साथ नमन कर रहे हैं. ऐसे अमृत काल में आज क्रांतिवीर तात्या टोपे के बलिदान दिवस पर समग्र राष्ट्र उनके प्रति कृतज्ञ है. स्वतंत्रता के प्रथम समर में रोटी और कमल के निशान को गांव- गांव,गली-गली पहुंचा कर जन-जन का जागरण करते हुए अंग्रेजों के विरुद्ध राष्ट्रभक्त रियासतों एक करते हुए संग्राम के सेनानायक क्रांतिवीर तात्या टोपे ने अदम्य साहस,वीरता एवं सच्ची राष्ट्रभक्ति का परिचय दिया. क्रांतिवीर तात्या टोपे के बचपन का नाम पँ रामचंद्र पांडुरंग यवालकर था। पेशवा नाना जी के आप बहुत अच्छे मित्र थे एवं वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के सेनानायक थे, स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों के दांत खट्टे करते हुए आपने लगभग 1 वर्ष तक क्रांति का नेतृत्व किया, परंतु दुर्भाग्य से कुछ विश्वासघातियों एवं राष्ट्र द्रोहियों के कारण अंग्रेजों द्वारा तात्या को गिरफ्तार कर आज ही के दिन शिवपुरी में फांसी के तख्त पर मौत की सजा दे दी गई. क्रांतिवीर तात्या टोपे का जीवन हमें राष्ट्र के प्रति स्वाभिमान से जीने की, अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने की एवं सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है.ऐसे राष्ट्र नायक क्रांतिवीर विरले होते हैं जिनका संपूर्ण जीवन मातृभूमि की सेवा में समर्पित होता है.हम सौभाग्यशाली हैं शिवपुरी की पावन धरा उनकी कर्मभूमि रही है.ऐसे वीर महापुरुष की समाधि की मिट्टी किसी सुगन्धित चंदन से कम नहीं है. मैंने सांसद निर्वाचित होने के बाद लगातार क्रांतिवीर तात्या टोपे जी की समाधि स्थल के विकास के लिए प्रयास किया है, शीघ्र ही यहां विश्व स्तरीय संग्रहालय का निर्माण होने जा रहा है. जहां पर क्रांतिवीर तात्या टोपे के जीवन से जुड़ी स्मृतियों को संग्रहित किया जा सकेगा, जिससे आने वाली पीढ़ी उनसे प्रेरणा लेकर राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य को निभा सके।
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