कोलारस - कोलारस में जान लेवा बीमारी पीलिया का रोग जिनके नाम के धागा बांधने से रूक जाता है ऐसे कोलारस क्षेत्र के प्रमुख हीरामन बाबा का मेला प्रथम पूज्य श्री गणेषजी के जन्मदिन के अवसर पर कोलारस के लेवा में सम्पन्न हुआ जहां कोलारस सहित दूर - दूर से हजारों भक्तगण पीलिया के बंध कटवाने तथा जीवन में परिवार पर पीलिया जैसी बीमारी न आये यह कामना लेकर हजारों लोग बाबा के दरवार में भोग लगाने के साथ बाबा की परीक्रमा करने बुधवार को बाबा के दरवार में पहुंचे।
भगवान शंकर के विषेष माने जाने वाले भैरव बाबा का स्थान भी कोलारस मेें राई के पास स्थित है भैरव जी की विषाल प्रतिमा दूर-दूर तक नहीं होगी भैरव बाबा का मंदिर सेंकड़ों वर्ष पुराना है यहा पंचमी एवं छट को मेला भरता है छट के दिन भैरव जी का मुकुट विषर्जन की परम्परा है भैरव जी के बारे में भक्तों की मान्यता है कि भैरव जी पर भोग लगाने से राई के आस - पास के ग्रामों में कभी पानी की समस्या नहीं आती साथ ही भैरव बाबा को भोग लगाने से किसानों के मवेषी कभी बीमार नहीं होते वर्ष भर तक किसान भैरव जी को भोग लगाने से प्रषन्न रहते है भैरव जी पर कथा एवं भण्डारे वर्ष भर चलते रहते है भैरव जी को क्षेत्र के लोग देवता के रूप में पूजते है और भैरव जी अपने भक्तों की कामना तत्काल पूरी करते है इसी परम्परा के क्रम में गुरूवार को भैरव जी का मेला लगेगा तथा शुक्रवार को मुकुट विसर्जन के साथ मेला सम्पन्न होगा।