कोलारस में रविवार को राधे-राधे नाम की रहेगी गूंज - kolaras

कोलारस - मिनी बृन्दावन के नाम से जाने बाले कोलारस नगर में राधाष्टमी बडी धूम-धाम के साथ मनाई जाती है सम्पूर्ण नगर राधा कृष्ण की भक्ति में रम जाता है भक्त दधिकांधा उत्सव में झूमकर नाचने लगते है नगर में राधाष्टमी एक विशेष त्यौहार की भांति मनाई जाती है गोपालजी मंदिर एवं पंसारी मंदिर पर सारे दिन भक्ती का नजारा दिखाई पडता है हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी राधाष्टमी की तैयारी करने में श्रीराधा जन्महोत्सव चाव समिति एक माह पूर्व से ही जुट हुई थी जिसके चलते कोलारस नगर को दुल्हन की तरह सजाया गया है राधा जन्मोत्सव कोलारस में रविवार को मनाया जायेगा जहां गोपाल जी के बडे मंदिर पर सुबह के समय भक्तों पर दूथ-दही से होली की तरह निहलाया जाता है शाम 04 बजे से भगवान राधाकृष्ण के विग्रह विमान में बैठाकर बडे मंदिर से प्रारम्भ होते हुये नगर के मुख्य मार्गो से होकर जगतपुर चौराहे से मुख्य चौराहे पर रात्रि करीब 08 बजे चल समारोह तक पहुंचता है इस बीच जगह जगह भक्तगणों द्वारा भगवान की आरती के साथ प्रसाद वितरण भी किया जाता है चल समारोह में बाहर से बैंड एवं सहनाई बुलाई गईं है चल समारोह में कोलारस नगर के सभी भक्तगण शामिल होते है देर रात्रि तक चल समारोह गोपाल जी के बडे मंदिर पर पहुंचता है जहां चल समारोह सम्पन्न होता है। 

दुल्हन की तरह सजाया - 

इस अवसर पर कोलारस नगर को दुल्हन की तरह सजाया गया है श्री गोपाल जी के मंदिर पर आकर्षक विद्युत सजावट की गई है जो आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है राधाष्टमी पर सम्पूर्ण नगर राधे राधे नाम के स्वरो से गूंजयमान हो जाता है राधाष्टमी के कार्यक्रम के अवसर पर आज सुबह 7ः30 बजे से दधिकांधा उत्सव होगा एवं शाम 4 बजे गोपाल जी के मंदिर सदर बाजार से चल समारोह शुरू होगा जो पसारी मंदिर खेमारिया मोहल्ला होते हुए रामेश्वर धाम मंदिर जगतपुर चौराहा, एबी रोड, एपोच रोड होते हुए रात्रि मैं वापिस गोपाल जी के मंदिर पहुंचेगा चल समारोह का जगह-जगह व्यापारियों जन प्रतिनिधियों संगठनों द्वारा भव्य स्वागत भी किया जाएगा पूरे कोलारस नगर को दुल्हन की तरह सजाया गया है कोलारस नगर में राधा अष्टमी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जाता है चल समारोह में शामिल होने के लिए कोलारस सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों से लेकर अन्य जिलों से लोग आते हैं श्री राधा जन्म महोत्सव चाव समिति के संयोजक विपिन खेमारिया ने बताया कि रविवार को सुबह 4ः30 से 7 बजे तक दोनों मंदिरों पर समाज बधाई गाई जायेगी एवं श्रीराधा प्राकटय दर्शन होंगे एवं 7ः30 बजे से दधिकांधा उत्सव एवं स्नान चल समारोह प्रारंभ होगा जो दोपहर 11 बजे तक रहेगा दोपहर 11 बजे से दोनों मंदिरों पर समाज बधाई एवं उत्सव दर्शन होंगे, शाम 4 बजे से चाव चल समारोह निकलेगा जो रात्रि 11 बजे तक प्रसाद वितरण के साथ समाप्त होगा चाव समिति के समस्त पदाधिकारियों ने समस्त धर्म प्रेमी लोगों से श्री राधा जन्म महोत्सव में शामिल होने की अपील की है।



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