चंद्र ग्रहण आज (05 मई) लगेगा। यह एक उपछाया चंद्र ग्रहण होगा। इस ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा। वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि पर लगने वाले इस चंद्र ग्रहण पर 130 वर्षों बाद दुर्लभ संयोग बनेगा, दरअसल 130 साल बाद बुद्ध पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण दोनों का संयोग बन रहा है।
साल का पहला चंद्र ग्रहण भारतीय समय के अनुसार 5 मई को रात 8 बजकर 44 मिनट से शुरू हो चंद्रग्रहण 5 मई, इन 8 बातों से जानें यह चंद्रग्रहण क्यों हैं खास से जुड़ी चंचल एक्सप्रेसशुक्रवार 5 मई को वैशाख पूर्णिमा पर लगने जा रहा है। हालांकि यह चंद्र ग्रहण भारत में नजर तो आएगा, फिर भी इसका सूतक काल यहां मान्य नहीं होगा। इस चंद्र ग्रहण पर न ही मंदिरों के कपाट बंद किए जाएंगे और न ही खाने-पीने की मना होगी। आइए आपको बताते हैं इस चंद्र ग्रहण से जुड़ी खास बातें।
2023: 5 मई को भारत सहित दुनिया के कई देशों में चंद्रग्रहण देखा जाएगा लेकिन यह चंद्रग्रहण कुछ अलग तरह का होगा। चंद्रग्रहण होकर भी यह चंद्रग्रहण की तरह नहीं नजर आएगा और न इस चंद्रग्रहण पर मंदिरों के कपाट बंद किए जाएंगे। आइए जानते हैं क्यों है यह चंद्रग्रहण अपने आप में खास।
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